भाजपा महापौर प्रत्याशी मीनल चौबे 1 लाख 53 हजार 290 वोटों से जीत दर्ज की हैं। वे इस चुनाव में भारी मतों से विजयी हुई हैं। इससे पहले मीनल चौबे तीन बार के पार्षद और एक बार नेता प्रतिपक्ष रह चुकी हैं। जानें मीनल चौबे की सियासी सफर।
छत्तीसगढ़ के सभी 10 नगर निगमों में भारतीय जनता पार्टी ने जीत हासिल की है। वहीं रायपुर नगर निगम में में भी भाजपा ने भारी मतों से चुनाव जीती है। भाजपा महापौर प्रत्याशी मीनल चौबे 1 लाख 53 हजार 290 वोटों से जीत दर्ज की हैं। वे इस चुनाव में भारी मतों से विजयी हुई हैं। इससे पहले मीनल चौबे तीन बार के पार्षद और एक बार नेता प्रतिपक्ष रह चुकी हैं।
शुरुआती दौर में कांग्रेस महापौर प्रत्याशी दीप्ती दुबे और भाजपा महापौर प्रत्याशी मीनल चौबे के बीच टक्कर का मुकाबला माना जा रहा था। जैसे-जैसे नतीजे सामने आते गए, मीनल चौबे लगातार लीड करती गई। सभी राउंड की गिनती वे आगे रही हैं। अंतिम में उन्होंने 1 लाख 53 हजार 290 वोटों से जीत दर्ज की हैं।
रायपुर नगर निगम मतगणना अंतिम परिणाम
कुल विधिमान्य मत: 509146
मीनल चौबे (भाजपा):315835
दीप्ति दुबे (कांग्रेस):162545
जीत: 153290(भाजपा)
जानें मीनल चौबे की सियासी सफर
बीजेपी ने मीनल चौबे को चुनावी रण में उतारा है। उनकी गिनती तेजतर्रार महिला नेत्री के रूप में होती है। वो तीन बार बीजेपी पार्षद रह चुकी हैं। वो रायपुर नगर निगम में निर्वतमान नेता प्रतिपक्ष और सीनियर पार्षद हैं। रायपुर नगर निगम से महापौर पद के लिये उनकी दावेदारी पहले से ही मजबूत मानी जा रहा थी।
स्नातक की शिक्षा प्राप्त 53 वर्षीय मीनल संगठन में भी सक्रिय रही हैं। उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से छात्र राजनीति में कदम रखा। वो लूना पर सवार होकर कॉलेज की छात्राओं की मांग को लेकर हर जगह डटे रहती थीं। आंदोलन, धरना-प्रदर्शन के रूप में भाजपा महिला मोर्चा में लगातार सक्रिय रही हैं। पिछले दो दशक से राजनीति में सक्रिय मीनल बीजेपी जिला की कमान संभालने से लेकर प्रदेश पदाधिकारी का दायित्व निभा चुकी हैं। हर चुनाव में अपने वार्ड से भाजपा को काफी बड़े अंतर से लीड दिलाने में सफल रही हैं।