मतदाताओं को हाथों हाथ पर्ची देने वाली मशीन ब्लूटूथ के जरिए मोबाइल से कनेक्ट की जाती है। इस मशीन के जरिये घंटों में होने वाला काम अब चंद मिनटों में पूरा किया जा रहा है। वहीं, दूसरी तरफ नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए मतदान से पहले ही 33 प्रत्याशी पार्षद पद पर विजयी हो गए हैं।
HighLights
- हाईटेक सिस्टम से घंटों का काम मिनटों में किया जा रहा है।
- वार्ड में 60 से 70% मतदाताओं को दी जा चुकी है मतदाता पर्ची।
- शहरभर के वार्डों में कार्यकर्ताओं की ड्यूटी लगाई गई है।
रायपुर। नगर निगम चुनाव में मतदाता पर्ची बांटने का हाईटेक तरीका सामने आया है। जी हां, भाजपा, कांग्रेस सहित अन्य पार्टी के कार्यकर्ता वोटर्स स्लिप प्रिंटिंग मशीन से लोगों को मतदाता पर्ची बांट रहे हैं।
चुनाव से पहले घर-घर जाकर लोगों के वोटर आईडी नंबर से उनकी मतदाता पर्ची निकालकर दी जा रही है। इसके लिए शहरभर के वार्डों में कार्यकर्ताओं की ड्यूटी लगाई गई है। पहले चुनाव के दौरान जिस कार्य के लिए घंटों समय लगता था, अब वही कार्य हाईटेक सिस्टम से मिनटों में किया जा रहा है।
बड़ी बात तो यह है कि घर के किसी एक सदस्य का वोटर आईडी नंबर डालने से सभी सदस्यों की मतदाता पर्ची निकाली जा रही है। कार्यकर्ताओं द्वारा अब तक प्रत्येक वार्ड में 60 से 70 प्रतिशत मतदाताओं को मतदाता पर्ची प्रदान की जा चुकी है।
ब्लूटूथ से कनेक्ट हो रही मशीन
मतदाताओं को हाथों हाथ पर्ची देने वाली मशीन ब्लूटूथ के जरिए मोबाइल से कनेक्ट की जाती है। इसके बाद भाजपा द्वारा बनाए गए जन शक्ति एप से कार्यकर्ता मतदाता क्रमांक डालकर पर्ची प्रिंट कर रहे हैं।
बड़ी बात तो यह है कि पार्टी द्वारा बनाए गए ऐप में वार्ड के अनुसार मतदाताओं की सूची उपलब्ध है। जिस वार्ड के कार्यकर्ता होंगे, उन्हें एप में सिर्फ उसी वार्ड के मतदाताओं की सूची दिखती है, जिससे मतदाताओं को खोजना कार्यकर्ताओं के लिए और अधिक आसान हो गया है।
एक बार में डेढ़ सौ से ज्यादा मतदाताओं की निकलती है पर्ची
वोटर्स स्लिप प्रिंटिंग मशीन की मदद से एक बार में डेढ़ सौ से अधिक मतदाताओं की पर्ची प्रिंट की जा सकती है। मशीन में एक बार रोल भरने के बाद कार्यकर्ता लगातार 10 से 15 घरों के लोगों की मतदाता पर्ची निकालकर दे रहे हैं।
बता दें कि पहले इसी कार्य के लिए मतदाता के साथ कार्यकर्ता सभी परेशान हुआ करते थे। कई दफा ऐसा भी हुआ है कि पर्ची नहीं मिलने वोट दिए बिना मतदाता लौटे हैं, लेकिन अब हाईटेक सिस्टम से आसानी से मतदाताओं को पर्ची दी जा रही है।
33 प्रत्याशी बिना लड़े जीत गए चुनाव

नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए मतदान से पहले ही 33 प्रत्याशी पार्षद पद पर विजयी हो गए हैं। इसमें 15 जिलों के नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायत के 31 पार्षद हैं। दुर्ग और सुकमा जिले में नगरपालिका उपचुनाव से पहले दो प्रत्याशी जीते हैं।
बसना नगर पंचायत में अध्यक्ष पद के लिए खुशबू अग्रवाल निर्विरोध विजयी हुई हैं। प्रदेश में निकाय चुनाव का मतदान 11 फरवरी को व मतगणना 15 फरवरी को होगी। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव तीन चरण में प्रस्तावित हैं। मतदान 17, 20 और 23 फरवरी और मतगणना 18, 21, 24 फरवरी को तय है